Dhanteras 2023: सनातन धर्म में दिवाली का त्योहार (दिवाली 2023) सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है. यह त्यौहार धनतेरस से शुरू होता है जो भाई दूज के साथ समाप्त होता है। 5 दिन पहले होने वाले इस त्योहार की तैयारी लोग 5 दिन पहले से ही शुरू कर देते हैं. धनतेरस पर भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
धनतेरस(Dhanteras) पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त
पंचांग गणना के अनुसार, धनतेरस(Dhanteras) पर सोना खरीदने का सबसे अच्छा समय 11 नवंबर को रात 12.35 बजे से अगली सुबह 6.40 बजे तक रहेगा। माना जाता है कि इस दौरान सोना खरीदने से आपका धन कई गुना बढ़ जाता है…
हिंदू धर्म में धनतेरस पर सोना, चांदी, शंख, बर्तन और दीपक के साथ-साथ तौलिया भी खरीदने की परंपरा है। इस वर्ष धनतेरस 10 तारीख 2023 शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस दिन तौलिये खरीदना और उसकी पूजा करना बहुत महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है।
धनतेरस पर सोना, चांदी, धनिया और औजारों के साथ-साथ झाड़ू भी जरूर खरीदना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन तौलिया खरीदने से मां लक्ष्मी घर से बाहर नहीं जाती हैं।
ऐसा माना जाता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से पुराना कर्ज खत्म हो जाता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। धनतेरस(Dhanteras) के दिन घास या फूलों से बनी मजबूत झाड़ू खरीदनी चाहिए। इसके बाद उस पर सफेद धागा बांध देना चाहिए, जिससे घर में हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
झाड़ू पर बांधे सफेद रंग का धागा
धनतेरस(Dhanteras) के दिन झाड़ू खरीदने के बाद उस पर सफेद धागा बांधना चाहिए ताकि आपके घर पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। इसके बाद झाड़ू पर कुमकुम और अक्षत लगाएं। इस दिन भगवान धन्वंतरि और कुबेर जी की पूजा करने की परंपरा है।
धन्वंतरि जी को भगवान विष्णु का अवतार कहा जाता है। मान्यताओं के अनुसार, अगर इस दिन सच्चे मन से धन्वंतरि और कुबेर जी की पूजा की जाए तो जीवन में कभी भी स्वास्थ्य और धन की समस्या नहीं होती है।
धनतेरस के दिन सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें। इसके बाद भगवान धन्वंतरि और कुबेर जी की पूजा करें।
Dhanteras 2023 Date and Time धनतेरस का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर को दोपहर 12:35 बजे शुरू होगी. यह दिन अगले दिन 11 नवंबर को दोपहर 1:57 बजे तक रहेगा। चूंकि धनतेरस(Dhanteras) का त्योहार प्रदोष काल में मनाने की परंपरा है इसलिए यह 10 नवंबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा।
धनतेरस पर लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त
धनतेरस(Dhanteras) की शाम प्रदोष काल में भगवान गणेश, लक्ष्मी और कुबेर की पूजा की जाएगी. इस पूजा का शुभ समय शाम 5:47 बजे से शुरू होकर 7:47 बजे तक रहेगा. इसके अनुसार धनतेरस पर पूजा का कुल शुभ समय एक घंटा 56 मिनट रहेगा। इस दौरान यमदीप भी जलाना उचित रहेगा।
FaQs Dhanteras 2023
धनतेरस के शुभ मुहूर्त कब है?
अनुसार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 10 नवंबर को दोपहर में 12 बजकर 35 मिनट से होगा। यह तिथि अगले दिन 11 नवंबर को दोपहर में 1 बजकर 57 मिनट तक रहेगी। चूंकि धनतेरस का त्योहार प्रदोष काल में मनाने की परंपरा है, इसलिए यह शु्क्रवार को 10 नवंबर को मनाई जाएगी।
क्या धनतेरस पर सोना खरीदना चाहिए?
इस दिन को सोना, चांदी और बर्तन खरीदने के लिए शुभ माना जाता है ।
धनतेरस पूजा कितने बजे है?
धनतेरस के दिन, लोग देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं और सूर्यास्त के बाद पूजा करते हैं।
धनतेरस में कितने दीये होते हैं?
धनतेरस पर 13 दीये जलाने की प्रथा है। इन दीयों को घर में अलग-अलग जगहों पर रखना चाहिए, जैसे प्रवेश द्वार पर, रसोई में और पूजा कक्ष में।
धनतेरस पर किस देवता की पूजा की जाती है?
धन्वंतरि की पूजा है। हिंदू परंपराओं के अनुसार, धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान उभरे थे, उनके एक हाथ में अमृत से भरा घड़ा था और दूसरे हाथ में आयुर्वेद के बारे में पवित्र ग्रंथ था।
क्या हम धनतेरस पर पैसे दे सकते हैं?
नहीं, धनतेरस पर पैसे देना उचित नहीं है । हिंदू धर्म के अनुसार, लोगों का मानना है कि घर से बाहर पैसे भेजने पर उन्हें दुर्भाग्य मिलेगा।
धनतेरस पर कौन-कौन से कर्म करना चाहिए?
धनतेरस पूजा के दौरान देवताओं को पंचामृत, नैवेद्य, मोतीचूर के लड्डू, खीर और लापसी का भोग लगाया जाता है।
धनतेरस के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
धनतेरस के दिन किसी भी तरह की नुकीली चीज जैसे कैंची, चाकू, सुई आदि नहीं खरीदना चाहिए.
धनतेरस में कौन सी धातु खरीदना सबसे अच्छा है?
धनतेरस पर सोने के सिक्के खरीदें। इस दिन सोने के सिक्के या देवी प्रतिमा वाले चांदी के बर्तन खरीदना सबसे शुभ माना जाता है।