भगवती माता स्तोत्रम् (Bhagwati Mata Stotram) देवी दुर्गा को समर्पित एक प्रार्थना है
Bhagwati Mata Stotram ॥ भगवती माता स्तोत्रम् ॥
![Bhagwati Mata Stotram | Jai Bhagavati Devi Namo Varade | जय भगवति देवि नमो वरदे 2 Bhagwati Mata Stotram](https://shrijidham.com/wp-content/uploads/2024/04/Bhagwati-Mata-Stotram-1024x576.jpg)
जय भगवति देवि नमो वरदेजय पापविनाशिनि बहुफलदे।
जय शुम्भनिशुम्भकपालधरेप्रणमामि तु देवि नरार्तिहरे॥1॥
जय चन्द्रदिवाकरनेत्रधरेजय पावकभूषितवक्त्रवरे।
जय भैरवदेहनिलीनपरेजय अन्धकदैत्यविशोषकरे॥2॥
जय महिषविमर्दिनि शूलकरेजय लोकसमस्तकपापहरे।
जय देवि पितामहविष्णुनतेजय भास्करशक्रशिरोऽवनते॥3॥
जय षण्मुखसायुधईशनुतेजय सागरगामिनि शम्भुनुते।
जय दुःखदरिद्रविनाशकरेजय पुत्रकलत्रविवृद्धिकरे॥4॥
जय देवि समस्तशरीरधरेजय नाकविदर्शिनि दुःखहरे।
जय व्याधिविनाशिनि मोक्ष करेजय वांछितदायिनि सिद्धिवरे॥5॥
एतद्व्यासकृतं स्तोत्रंय: पठेन्नियतः शुचिः।
गृहे वा शुद्धभावेनप्रीता भगवती सदा॥6॥
॥ इति व्यासकृतं श्रीभगवतीस्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥
यहां भी पढ़ें:-संतोषी चालीसा | Santoshi Chalisa
यहां भी पढ़ें:-अन्नपूर्णा चालीसा | Annapurna Chalisa
यहां भी पढ़ें:-Shri Bhavani Ashtakam | Na Tato Na Mata Na Bandhurna Data