Giriraj Ji ki Aarti ओम जय जय जय गिरिराज श्री गिरिराज की सबसे प्रसिद्ध आरतियों में से एक है। श्री गिरिराज जी की इस प्रसिद्ध आरती का पाठ श्री गिरिराज जी से जुड़े अधिकांश अवसरों पर किया जाता है। ShriJiDham
Shri Giriraj Ji ki Aarti | गिरिराज आरती
॥ श्री गिरिराज आरती ॥
ॐ जय जय जय गिरिराज, स्वामी जय जय जय गिरिराज।
संकट में तुम राखौ, निज भक्तन की लाज॥
ॐ जय जय जय गिरिराज…॥
इन्द्रादिक सब सुर मिल तुम्हरौं ध्यान धरैं।
रिषि मुनिजन यश गावें, ते भवसिन्धु तरैं॥
ॐ जय जय जय गिरिराज…॥
सुन्दर रूप तुम्हारौ श्याम सिला सोहें।
वन उपवन लखि-लखि के भक्तन मन मोहें॥
ॐ जय जय जय गिरिराज…॥
मध्य मानसी गङ्गा कलि के मल हरनी।
तापै दीप जलावें, उतरें वैतरनी॥
ॐ जय जय जय गिरिराज…॥
नवल अप्सरा कुण्ड सुहावन-पावन सुखकारी।
बायें राधा-कुण्ड नहा वेंमहा पापहारी॥
ॐ जय जय जय गिरिराज…॥
तुम्ही मुक्ति के दाता कलियुग के स्वामी।
दीनन के हो रक्षक प्रभु अन्तरयामी॥
ॐ जय जय जय गिरिराज…॥
हम हैं शरण तुम्हारी, गिरिवर गिरधारी।
देवकीनंदन कृपा करो, हे भक्तन हितकारी॥
ॐ जय जय जय गिरिराज…॥
जो नर दे परिकम्मा पूजन पाठ करें।
गावें नित्य आरती पुनि नहिं जनम धरें॥
ॐ जय जय जय गिरिराज…॥
| Shri Giriraj Ji ki Aarti |
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FaQ About Shri Giriraj Ji ki Aarti
गिरिराज जी (Giriraj Ji ki Aarti)की परिक्रमा कैसे करें?
गोवर्धन की परिक्रमा शुरू करने से पूर्व सर्वप्रथम गोवर्धन पर्वत को प्रणाम करें और जिस स्थान से परिक्रमा शुरू की है वहीँ पर उसे समाप्त करें। मान्यता है कि जो भी परिक्रमा आरम्भ करना चाहते हैं उन्हें मानसी गंगा में स्नान अवश्य कर लेना चाहिए। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि परिक्रमा को बीच में कभी अधूरा न छोड़े।
गोवर्धन परिक्रमा के लिए कितना समय चाहिए?
इस परिक्रमा को पूरा करने में पैदल लगभग 5 – 7 घंटे का समय लगता है। ये दोनों परिक्रमा एक ही दिन में या दो बार अलग-अलग पूरी की जा सकती हैं, लेकिन इन्हें जोड़े में समाप्त करना होता है यानी अगर गोवर्धन परिक्रमा समाप्त कर ली है तो राधा कुंड भी समाप्त करनी होगी।
गोवर्धन की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए?
७ कोस
गोवर्धन पूजा (Giriraj Ji ki Aarti)का मंत्र कौन सा है?
लक्ष्मीर्या लोक पालानाम् धेनुरूपेण संस्थिता। घृतं वहति यज्ञार्थे मम पापं व्यपोहतु
क्या हम रात में गोवर्धन परिक्रमा कर सकते हैं?
रास्ते में आप मानसी गंगा, नारद कुंड, कुसुम सरोवर, रत्न कुंड, संकर्षण कुंड, जाति पुरा के दर्शन कर सकते हैं। परिक्रमा वर्ष भर और चौबीसों घंटे काफी सुरक्षित है। किसी भी समय (दिन हो या रात) आपको बहुत सारे साथी आसानी से मिल जाते हैं। बहुत से लोग राधे..राधे… का जाप करते रहते हैं।
क्या हम पीरियड्स के दौरान गोवर्धन परिक्रमा कर सकते हैं?
महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान परिक्रमा नहीं करनी चाहिए ।
गिरिराज कौन सा भगवान है?
भगवान कृष्ण
गोवर्धन पूजा के दिन क्या करें क्या ना करें?
गोवर्धन पूजा के दौरान, भगवान कृष्ण की पूजा करने से पहले सुबह तेल मालिश और स्नान करने की सलाह दी जाती है। भगवान की पूजा करने से पहले घर के बाहर भी गोवर्धन पर्वत बनाया जाता है। भूलकर भी अन्नकूट और गोवर्धन पूजा का आयोजन बंद कमरे में न करें। इस दिन चंद्रमा को नहीं देखना चाहिए।
क्या गिरिराज और गोवर्धन एक ही हैं?
गोवर्धन हिल (संस्कृत: गोवर्धन पर्वत; गोवर्धन पर्वत; उच्चारण: [ɡoʋəɾdʱən]), जिसे गोवर्धन और गिरिराज पर्वत भी कहा जाता है
मथुरा से गोवर्धन का किराया कितना है?
200 रुपए
गिरिराज नाम का मतलब क्या होता है?
पहाड़ के भगवान