Yamuna Ji Ki Aarti ओम जय यमुना माता, देवी यमुना की सबसे प्रसिद्ध आरती में से एक है। यमुना माता की यह प्रसिद्ध आरती देवी यमुना से संबंधित अधिकांश अवसरों पर पढ़ी जाती है। ShrijiDham
Yamuna Ji Ki Aarti | यमुना आरती |
![Yamuna Aarti | Yamuna Ji Ki Aarti Lyrics | Yamuna Ji Ki Aarti | यमुना आरती 2 Yamuna Ji Ki Aarti](https://shrijidham.com/wp-content/uploads/2023/10/Yamuna-Ji-Ki-Aarti-1024x576.jpg)
॥ यमुना माता आरती ॥
ॐ जय यमुना माता,हरि ॐ जय यमुना माता।
जो नहावे फल पावेसुख दुःख की दाता॥
ॐ जय यमुना माता…॥
पावन श्रीयमुना जलशीतल अगम बहै धारा।
जो जन शरण में आयाकर दिया निस्तारा॥
ॐ जय यमुना माता…॥
जो जन प्रातः ही उठकरनित्य स्नान करे।
यम के त्रास न पावेजो नित्य ध्यान करे॥
ॐ जय यमुना माता…॥
कलिकाल में महिमातुम्हारी अटल रही।
तुम्हारा बड़ा महातमचारों वेद कही॥
ॐ जय यमुना माता…॥
आन तुम्हारे माताप्रभु अवतार लियो।
नित्य निर्मल जल पीकरकंस को मार दियो॥
ॐ जय यमुना माता…॥
नमो मात भय हरणीशुभ मन्गल करणी।
मन बेचैन भया हैतुम बिन वैतरणी॥
ॐ जय यमुना माता…॥
ॐ जय यमुना माता,हरि ॐ जय यमुना माता।
जो नहावे फल पावेसुख दुःख की दाता॥
ॐ जय यमुना माता…॥
| Yamuna Aarti End |
यहाँ भी पढ़ें:-Shri Yamuna Ashtakam | Murarikayakali-malalamavaridharini | मुरारिकायकालिमाललामवारिधारिणी
यहाँ भी पढ़ें:- नर्मदा चालीसा | Narmada Chalisa
यहाँ भी पढ़ें:-Ganga Mata Stotram | Devi Sureshwari Bhagavati Gange | देवि सुरेश्वरि भगवति गङ्गे