सुन्दरकाण्ड वाल्मीकि कृत रामायण और गोस्वामी तुलसीदास कृत श्री राम चरित मानस का एक भाग (काण्ड या सोपान) है। सुन्दरकाण्ड में हनुमान का लंका प्रस्थान, लंका दहन से लंका से वापसी तक के घटनाक्रम आते हैं। ShrijiDham
Sunderkand सुन्दरकाण्ड वाल्मिकी कृत रामायण का अभिन्न अंग है। सुंदरकांड गोस्वामी तुलसीदास की श्रीराम चरित मानस और अन्य भाषाओं की रामायण में भी है।
सुंदरकांड में हनुमानजी के पराक्रम का वर्णन है। रामायण पाठ में सुंदरकांड के पाठ का विशेष महत्व माना जाता है।
सुंदरकांड में तीन श्लोक, साठ दोहे तथा पांच सौ छब्बीस चौपाइयां हैं । साठ दोहों में से प्रथम तीस दोहों में विष्णुस्वरूप श्री राम के गुणों का वर्णन है । सुंदर शब्द इस कांड में चौबीस चौपाइयों में आया है ।
सम्पूर्ण सुन्दर कांड पाठ (दोहा 1 – दोहा 60) | Sunderkand Ke Dohe | सुंदरकांड के 60 दोहे
- मंगलाचरण
- हनुमान्जी का लंका को प्रस्थान, सुरसा से भेंट, छाया पकड़ने वाली राक्षसी का वध
- लंका वर्णन, लंकिनी वध, लंका में प्रवेश
- हनुमान्-विभीषण संवाद
- हनुमान्जी का अशोक वाटिका में सीताजी को देखकर दुःखी होना और रावण का सीताजी को भय दिखलाना
- श्री सीता-त्रिजटा संवाद
- श्री सीता-हनुमान् संवाद
- हनुमान्जी द्वारा अशोक वाटिका विध्वंस, अक्षय कुमार वध और मेघनाद का हनुमान्जी को नागपाश में बाँधकर सभा में ले जाना
- हनुमान्-रावण संवाद
- लंकादहन
- लंका जलाने के बाद हनुमान्जी का सीताजी से विदा माँगना और चूड़ामणि पाना
- समुद्र के इस पार आना, सबका लौटना, मधुवन प्रवेश, सुग्रीव मिलन, श्री राम-हनुमान् संवाद
- श्री रामजी का वानरों की सेना के साथ चलकर समुद्र तट पर पहुँचना
- मंदोदरी-रावण संवाद
- रावण को विभीषण का समझाना और विभीषण का अपमान
- विभीषण का भगवान् श्री रामजी की शरण के लिए प्रस्थान और शरण प्राप्ति
- समुद्र पार करने के लिए विचार, रावणदूत शुक का आना और लक्ष्मणजी के पत्र को लेकर लौटना
- दूत का रावण को समझाना और लक्ष्मणजी का पत्र देना
- समुद्र पर श्री रामजी का क्रोध और समुद्र की विनती, श्री राम गुणगान की महिमा
Sunderkand Dohas
- Sunderkand Ke Dohe 1 To 5
- Sunderkand Ke Dohe 6 To 10
- Sunderkand Ke Dohe 11 To 15
- Sunderkand Ke Dohe 16 To 20
- Sunderkand Ke Dohe 21 To 25
- Sunderkand Ke Dohe 26 To 30
- Sunderkand Ke Dohe 31 To 35
- Sunderkand Ke Dohe 36 To 40
- Sunderkand Ke Dohe 41 To 45
- Sunderkand Ke Dohe 46 To 50
- Sunderkand Ke Dohe 51 To 55
- Sunderkand Ke Dohe 56 To 60